“एयर इंडिया दुर्घटना: ब्रिटिश परिवारों को मिले गलत शव, अंतिम संस्कार रद्द
नई दिल्ली। गुजरात से लंदन जा रहे एयर इंडिया विमान हादसे में मारे गए यात्रियों के परिवारों को अब एक नई त्रासदी का सामना करना पड़ रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ितों के शवों की अदला-बदली और गलत पहचान के कई मामले सामने आए हैं। कुछ परिवारों को अपने प्रियजनों की जगह किसी और का शव मिला है, जिससे उनके अंतिम संस्कार भी रुक गए हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि कुछ ताबूतों में एक से ज़्यादा लोगों के अवशेष पाए गए, जिन्हें अंतिम संस्कार से पहले अलग करने की ज़रूरत थी। अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास हुए हादसे में 261 लोग मारे गए थे, जिसमें से 52 ब्रिटिश नागरिक थे। अब तक शवों की अदला-बदली की कम से कम दो घटनाएं सामने आई हैं, और आशंका है कि इसतरह के कई और मामले हो सकते हैं।
बात दें कि पीड़ितों के परिवार घटना से सदमे में हैं और अनिश्चितता के माहौल में जी रहे हैं। लंदन में डॉ. फिओना विल्कोक्स ने ब्रिटिश नागरिकों के शवों और उनके डीएनए का मिलान करने की कोशिश की, ताकि उनकी सही पहचान हो सके। एविएशन मामलों के वकील जेम्स हेली प्राट ने बताया कि परिवार सबसे पहले अपने प्रियजनों के शवों को वापस चाहते थे, लेकिन अब उन्हें गलत अवशेष मिलने से गहरा दुख हुआ है। वह मानते हैं कि एयर इंडिया को इस गलती के लिए परिवारों को स्पष्टीकरण देना चाहिए।
रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, अगले हफ्ते प्रधानमंत्री मोदी की लंदन यात्रा के दौरान इस पूरे मुद्दे को उठा सकते हैं। ब्रिटेन सरकार ने भी पीड़ितों के परिवारों की अत्यधिक पीड़ा पर चिंता व्यक्त की है।
इस बीच, एयर इंडिया ने कहा कि उसने अपने बोइंग 787 और 737 विमानों के बेड़े में ईंधन नियंत्रण स्विच (एफसीएस) की लॉकिंग प्रणाली का एहतियाती निरीक्षण पूरा कर लिया है और उसमें कोई भी समस्या नहीं मिली है। यह निरीक्षण विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की प्रारंभिक रिपोर्ट के बाद किया गया था, जिसमें कहा गया था कि दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले विमान के ईंधन स्विच बंद कर दिए गए थे। नागर विमानन सुरक्षा नियामक डीजीसीए ने एयर इंडिया को 21 जुलाई तक इस निरीक्षण को पूरा करने का निर्देश दिया था। एयर इंडिया का बोइंग 787 विमान 12 जून को लंदन गैटविक के लिए उड़ान भरने के तुरंत बाद अहमदाबाद हवाई अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई थी, जबकि ज़मीन पर मौजूद 19 लोग भी मारे गए थे।