डिजिटल रणभूमि में कांग्रेस की एंट्री, सोशल मीडिया से देगी विरोधियों को टक्कर
पटना । बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस अब डिजिटल मोर्चे पर भी आक्रामक होने वाली है। 40 नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के बाद अब पार्टी ने 37 जिलों में सोशल मीडिया जिलाध्यक्ष नियुक्त कर दिए हैं। बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने नियुक्ति की घोषणा कर सोशल मीडिया कार्यकर्ताओं से अनुशासित और सक्रिय टीम बनाने के निर्देश दिए हैं। आधिकारिक पत्र में लिखा गया है कि नियुक्त कार्यकर्ता भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की विचारधारा और नीतियों को डिजिटल माध्यम से जन-जन तक पहुंचाएंगे। साथ ही, प्रत्येक जिले में सोशल मीडिया वॉलंटियर्स की मजबूत टीम तैयार करे, जो पंचायत, प्रखंड और विधानसभा स्तर पर जनता के मुद्दों को सोशल मीडिया के द्वारा उजागर करेगी।
इसके पहले दिल्ली में राहुल गांधी ने नवनियुक्त जिलाध्यक्षों के साथ बैठक कर सोशल मीडिया को चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा बताया था। राहुल गांधी ने कहा कि हर मुद्दे पर सक्रिय रहना, समावेशी दृष्टिकोण अपनाना, और बूथ लेवल पर संगठन को मज़बूत करना चुनावी सफलता की कुंजी होगी।
कांग्रेस अब टिकट बंटवारे में जिला अध्यक्षों की राय को प्राथमिकता देगी। राहुल गांधी ने कहा कि जिलाध्यक्षों का पावर बढ़ाया जाएगा, और यह बदलाव वे स्वयं अनुभव कर सकते है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कांग्रेस की यह सोशल मीडिया टीम बिहार में पार्टी के लिए डिजिटल युद्ध की नींव रखेगी। यदि यह रणनीति सही ढंग से लागू होती है, तब यह जनता से सीधा संवाद और मुद्दा-आधारित चुनावी अभियान के लिए बेहद कारगर साबित हो सकती है।