गर्मियों में मुंहासों से छुटकारा पाने के लिए घरेलू नुस्खे
गर्मियों का मौसम त्वचा संबंधित कई समस्याओं को भी साथ लेकर आता है। सूरज की रोशनी के संपर्क में देर तक रहने से ज्यादा पसीना आता है, सीबम का स्राव बढ़ जाता है और रोमछिद्र बंद हो जाते हैं। इससे मुंहासे होते हैं। मुंहासे तब होते हैं जब आपकी त्वचा के छिद्र तेल, गंदगी, बैक्टीरिया या मृत त्वचा से भर जाते हैं। इस कारण दर्दनाक पिंपल्स की समस्या का सामना करना पड़ता है। ये अधिकतर चेहरे और माथे पर होते हैं। इस मौसम में आमतौर से मुंहासों की समस्या का सामना करना पड़ता है। कुछ आयुर्वेदिक स्किनकेयर टिप्स जो गर्मियों में मुंहासों को दूर रखने में आपकी मदद करेंगे।
जेल आधारित फेसवॉश का इस्तेमाल करें- गर्मियों में जेल आधारित फेसवॉश का इस्तेमाल करें। ये बैक्टीरिया और गंदगी को दूर करने में मदद करेगा। ये त्वचा की नमी के स्तर को बनाए रखने में मदद करेगा। ये त्वचा को साफ करने और पोषण देने का काम करेगा। ये त्वचा के अधिक तेल के उत्पादन को कंट्रोल करने का काम करेगा। ये मुंहासों को होने से रोकेगा।
फ्रूट आधारित टोनर का इस्तेमाल करें- चेहरा धोने के ठीक बाद फ्रूट आधारित टोनर का इस्तेमाल करें। ये अतिरिक्त तेल हटाने, छिद्रों को गहराई से खोलने और चेहरे की त्वचा से मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारने में मदद करेगा। आप अनार, हाइड्रेटिंग गुलाब जल, आंवले और फ्रेश पुदीना से बने टोनर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
मैटिफाइंग क्रीम- त्वचा के अधिक तेल के उत्पादन को कंट्रोल करने के लिए मैटिफाइंग मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें। ये सेबम उत्पादन और पसीने की समस्याओं को कम करता है। आप कोकम, ग्रीन टी, गुलाब का अर्क, संतरा, एलोवेरा, नारियल पानी से बने मैटिफाइंग क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं।
घर में बने हर्बल फेस मास्क का इस्तेमाल- हर्बल फेस मास्क में केमिकल नहीं होता है। ये फेस मास्क त्वचा को पोषित और जवां बनाए रखने में मदद करता है। एलोवेरा, बेसन और संतरे के रस से बने फेस मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये सनबर्न, रैशेज, पिग्मेंटेशन को कम करते हैं। ये त्वचा को मुलायम और ग्लोइंग बनाता है।
त्वचा के लिए आप हेल्दी डाइट का सेवन भी कर सकते हैं। आप मौसमी फलों और सब्जियों का सेवन कर सकते हैं। इसमें तरबूज, खरबूजा, संतरा, नारियल पानी, गाजर, पालक, शकरकंद आदि शामिल है। अपने चेहरे को बार-बार छुने से बचें। ऐसा करते समय बैक्टीरिया के संक्रमण से बचने के लिए हमेशा अपने हाथ धोएं।