जाने फेस प्राइमर के बारे में
मेकअप आर्टिस्ट और प्रोफेशनल हमेशा स्किन को मेकअप करने से पहले तैयार करने के बारे में बताते हैं। आपकी त्वचा जितनी स्मूथ होती है, मेकअप भी आपके चेहरे पर उतनी बेहतर तरीके से लगता है। अपने चेहरे को मॉइश्चराइज करने के बाद, प्राइमर का उपयोग करना गेम-चेंजर हो सकता है। यह आपकी त्वचा को एक समान बनाता है और आपके पोर्स को ब्लर करता है, जिससे आपका मेकअप लंबे समय तक टिका रहता है।
ब्यूटी मार्केट अलग-अलग तरह के प्राइमरों से भरा पड़ा है। अलग-अलग स्किन तो और जरूरतों के आधार पर प्राइमर यूज किए जाते हैं। आज हम आपको अलग-अलग तरह के फेस प्राइमर और उनके फायदों के बारे में बताएंगे।
मैट प्राइमर : मैट प्राइमर ऑयली स्किन वाली महिलाओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। मैटिफाइंग प्राइमर आपके पोर्स को ब्लर करने और फाइन लाइन्स को स्मूथ करने के साथ-साथ फाउंडेशन को लंबे समय तक टिकने में मदद करता है। एक सिलिकॉन प्राइमर मैटिफाइंग होता है और आपकी त्वचा के टेक्सचर को स्मूथ करता है। यह आपके पोर्स को फिल करता है, जिससे एक अच्छा बेस तैयार होता है। यह थोड़े से चिपचिपे हो सकते हैं, जो आपके फाउंडेशन और कंसीलर को टिकने में मदद करते हैं। सिलिकॉन प्राइमर्स ऑयली स्किन वालों के लिए बेहतर प्रोडक्ट है, क्योंकि उससे आपका मेकअप न मेल्ट होगा और न क्रीज आएगी।
हाइड्रेटिंग प्राइमर : एक अन्य लोकप्रिय प्रकार का प्राइमर हाइड्रेटिंग प्राइमर है जिसे ऑयल-बेस्ड प्राइमर के रूप में भी जाना जाता है। चेहरे के लिए इस तरह का प्राइमर रूखी त्वचा वालों के लिए वरदान है। प्राइमर ऑयल आमतौर पर उन ऑयल्स से तैयार किया जाता है, जो हाइलूरोनिक एसिड और एंटीऑक्सीडेंट इंग्रीडिएंट्स के साथ त्वचा को मॉइश्चराइज और पोषण देते हैं।
एक ऑइल प्राइमर यह सुनिश्चित करता है कि आपकी त्वचा को गहराई से पोषण मिले और उसमें ड्राई पैच न हों। त्वचा में ड्राई पैच होने से मेकअप उनमें जमा हो जाता है और क्रीज्ड दिखता है। मेकअप ऑयल प्राइमर आपके प्रोडक्ट्स जैसे ब्लश, कन्टूर और हाइलाइटर की स्मूथ एप्लिकेशन में मदद करता है। अगर आपकी त्वचा रूखी है, तो आपको ऐसे प्राइमर का इस्तेमाल करना चाहिए।
इल्यूमिनेटिंग प्राइमर : एक इल्यूमिनेटिंग प्राइमर काफी हद तक सिलिकॉन प्राइमर की तरह काम करता है। बस अंतर यह है कि इस तरह का प्राइमर आपकी त्वचा में थोड़ी चमक ऐड करता है। इसका इस्तेमाल आप तब करते सकते हैं जब आपको ड्यूवी मेकअप लुक चाहिए। जब आप फाउंडेशन इसके ऊपर अप्लाई करते हैं तो यह आपके चेहरे को एक ग्लासी और ग्लो लुक देता है। किसी खास मौके पर ड्यूवी प्राइमर का इस्तेमाल किया जा सकता है। वैसे इसे हर स्किन टाइप की महिलाएं इस्तेमाल कर सकती हैं, लेकिन ड्राई स्किन वालों के लिए यह काफी अच्छा है, चूंकि इसे ड्राई स्किन में एक ग्लो आता है। जब तक प्राइमर हैवी और गहरा मॉइश्चराइजिंग न हो, तब तक इसे तैलीय त्वचा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
कलर करेक्टिंग प्राइमर : कलर करेक्टिंग प्राइमर एक ऐसा प्राइमर होता है, जो आपके चेहरे पर अनइवन रंग को एक समान करने में मदद करता है। यदि आपकी आंखों के नीचे रोसैसिया या फिर काले-बैंगनी डार्क सर्कल्स हैं, तो आप कलर करेक्टर प्राइमर का विकल्प चुन सकती हैं क्योंकि वे उन्हें ठीक करने और आपके अंडरटोन को बेअसर करने में आपकी मदद करते हैं। उदाहरण के लिए, एक ग्रीन कलर करेक्टर प्राइमर आपके चेहरे पर रेडनेस को दबाने में आपकी सहायता करेगा। ग्रीन कलर करेक्टिंग प्राइमर का इस्तेमाल करने से यह सुनिश्चित होता है कि आपके फाउंडेशन से चेहरे की रेडनेस नहीं दिखेगी।
लिप, आईशैडो और लैश प्राइमर : आपको यह जानकर हैरानी होगी कि हमारे चेहरे के साथ ही लिप, आईशैडो और लैश प्राइमर भी होते हैं।
आईशैडो प्राइमर : अगर आपकी पलकें ऑयली हैं तो आईशैडो प्राइमर आपकी पलकों को मैटीफाई करने में मदद करेगा और आपके आईशैडो को लंबे समय तक बनाए रखेगा। अपनी पलकों पर प्राइमर लगाने से यह सुनिश्चित होगा कि आपका आईलाइनर की स्मूथ एप्लिकेशन होगी और जल्दी से मिटेगा नहीं।
अगर आपको सूखे और फटे होंठों की शिकायत रहती है। लिक्विड लिपस्टिक लगाने के बाद भी होंठ रूखे हैं, तो लिप प्राइमर आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है। इस प्रकार का प्राइमर यह सुनिश्चित करेगा कि आपकी लिपस्टिक पूरे दिन चले और ट्रांसफर न हो। यह लिपस्टिक लगाने को भी आसान बनाता है क्योंकि यह लिपस्टिक को ब्लीडिंग से बचाता है। आप किसी भी रंग को, न्यूड से लेकर बोल्ड लिप्स तक, बिना इस बात की चिंता किए रॉक कर सकती हैं कि वह फीके पड़ जाएंगे।
लैश प्राइमर : आईलैश प्राइमर में सफेद रेशे होते हैं जो आपकी पलकों को कोट करते हैं। ये फाइबर आपकी पलकों को वॉल्यूम और लंबाई भी देते हैं। आप पहले आइलैश प्राइमर लगाने के बाद मस्कारा के कोट्स लगाएं। इससे पलके फुलर लगेंगी और आंखें सुंदर दिखेंगी।