गेमचेंजर है मध्य प्रदेश सरकार की लाडली बहना योजना, 51 प्रतिशत को आई पंसद
महिला सशक्तीकरण की दिशा में मध्य प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना लाडली बहना योजना सभी को पसंद आ रही है। हाल ही में एक सर्वे में राज्य के 51 प्रतिशत लोगों ने इसे पसंद किया है और इसे गेमचेंजर माना है। सर्वे में महिलाओं के साथ आम लोगों ने माना है कि लाडली बहना योजना गेमचेंजर है। इसी सर्वे में लोगों ने मध्य प्रदेश में बतौर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को अपनी पहली पसंद के रूप में बताया है। प्रतिशत के रूप में बात करें, तो ऐसे लोगों की संख्या 49 प्रतिशत है।
खास बात यह भी है कि लाडली बहना योजना की चर्चा दूसरे राज्यों में खूब हो रही है। हाल ही में गोवा के मुख्यमंत्री श्री प्रमोद सावंत ने कहा था कि मध्य प्रदेश की महिला सशक्तिकरण की चर्चा पूरे देश में होती है, जिसे सबसे पहले यहां लाड़ली लक्ष्मी योजना के रूप में शुरू किया गया, उसके बाद कन्यादान योजना और लाडली बहना योजना शुरू की गई। मुझे लगता है कि महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने का काम सबसे पहले मध्य प्रदेश में शुरू हुआ और बाद में अन्य राज्यों में शुरू हुआ। मुझे लगता है कि महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण किसी भी राज्य में नहीं है ।
हाल ही में महज एक क्लिक के जरिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने करोड़ों महिलाओं तक राशि पहुंचाई। इन महिलाओं का प्रदेश और केंद्र सरकार के प्रति पहले से अधिक भरोसा बढ़ा है। कई दूसरी योजनाओं का लाभ भी महिलाओं के आत्मसम्मान में बढोत्तरी कर रहा है। मध्यप्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में दो नये आयाम जुड़ गए। योजना के लिए पात्र बहनों का दायरा बढ़ने से अब लाड़ली बहनों का परिवार एक करोड़ 31 लाख हो गया है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फूलबाग मैदान में आयोजित कार्यक्रम में सिंगल क्लिक के माध्यम से बहनों के खाते में धनराशि हस्तांतरित करने की औपचारिक शुरूआत भी कर दी। 21 से 23 वर्ष की प्रदेश की एक करोड़ से अधिक विवाहित लाड़ली बहनों को प्रतिमाह योजना की धनराशि दी जाएगी। जिससे बहनें स्वावलंब होंगी।