वैसे तो कढ़ी का नाम सुनकर ही मुंह में पानी आने लगता है, लेकिन आप सोच रही होंगी कि नवरात्रि के व्रत में इसका स्वाद कैसे लिए जाए। जी हां, हम आपको कढ़ी की एक ऐसी रेसिपी बताने जा रहे हैं जो न सिर्फ आप नवरात्रि के व्रत में खा सकती हैं, बल्कि ये स्वाद से भरपूर भी है।

सामग्री

राजगिरा या कुट्टू का आटा - 1 कप
दही -2 कप
मखाने - 2 कप
जीरा -1 /4 चम्मच
हरी मिर्च- 1
काली मिर्च -5 -6 दाने
घी या तेल - आवश्यकतानुसार
सेंधा नमक-आवश्यकतानुसार
पानी -आवश्यकतानुसार

मखाना कढ़ी की रेसिपी 

एक बाउल में राजगिरा या कुट्टू का आटा, सेंधा नमक और एक चुटकी चीनी डालें। इसमें लगभग 2 कप पानी डालें और इसका घोल तैयार करें। 
इस घोल को अच्छी तरह से फेंट लें और एक तरफ रख दें। ध्यान रखें कि आपको इसकी कन्सिस्टेन्सी उतनी ही रखनी है जितनी आप बेसन की कढ़ी की रखती हैं। 
एक कढ़ाही में घी या व्रत में इस्तेमाल होने वाला तेल डालें और मखाने डालकर अच्छी तरह से रोस्ट करें, जब तक ये गोल्डन न हो जाएं तब तक भूनें। 
मखाने भूनने के बाद इन्हें गैस से बाहर निकाल लें और प्लेट में रख लें। 
उसी कढ़ाही में थोड़ा घी डालें और जीरा, हरी मिर्च और काली मिर्च का तड़का तैयार करें। जब ये मसाले हल्के भुन जाएं तब इसी कढ़ाही में दही और राजगिरा का मिश्रण डालें और इसे 5 से 10 मिनट तक अच्छी तरह से पकाएं। ध्यान रखें कि इसे चम्मच से हिलाते रहें जिससे ये कढ़ाही में जले नहीं। 
घोल जब अच्छी तरह से पक जाए तब इसमें रोस्ट किए हुए मखाने डालकर गैस बंद कर दें और इसमें ऊपर से हरी धनिया की गार्निशिंग करें। 
कढ़ी तैयार है, इसे गरमा-गरम परोसें और सामक चावल के साथ इसका स्वाद उठाएं। 
 
विधि

एक बाउल में राजगिरा या कुट्टू का आटा डालकर उसमें सेंधा नमक डालें और पानी डालकर घोल बनाएं।

एक कढ़ाही में घी या व्रत में इस्तेमाल होने वाला तेल डालें और मखाने डालकर अच्छी तरह से रोस्ट करें। इन्हें रोस्ट करने के बाद अलग निकाल लें।

उसी कढ़ाही में थोड़ा घी डालें और जीरा, हरी मिर्च और काली मिर्च का तड़का तैयार करें।

कढ़ाही में दही और राजगिरा का मिश्रण डालें और इसे 5 से 10 मिनट तक अच्छी तरह से पकाएं।

घोल पक जाए तब इसमें रोस्ट किए हुए मखाने डालकर गैस बंद कर दें और हरी धनिया से गार्निश करें।