इंदौर के स्टार्टअप के आइडिया से खुश हुए एनआरआइ, लंदन में किया आमंत्रित
इंदौर । इंदौर के स्टार्टअप जिस तरह से काम कर रहे हैं, वह सराहनीय है। यहां कई ऐसे स्टार्टअप हैं, जिनके उत्पाद दुनियाभर में बेचे जा सकते हैं। ऐसे स्टार्टअप को दुनियाभर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए लंदन को चुनना चाहिए। वहां से वे कई और देशों में अपनी जगह बना सकते हैं। लंदन दुनिया की दूसरी ऐसी जगह है जहां सबसे ज्यादा स्टार्टअप कार्य कर रहे हैं। इंदौर के स्टार्टअप को हम अपने उत्पादों को विश्व पटल पर ले जाने के लिए आमंत्रित करते हैं।लंदन में भारत मूल के डिप्टी मेयर राजेश अग्रवाल ने ये बातें शनिवार को होटल मेरियट में हुए पिच टू प्रवासी कार्यक्रम में कहीं। प्रवासी भारतीय सम्मेलन के पहले स्टार्टअप वर्की और इन्वेस्ट इंदौर द्वारा आयोजित किए गए कार्यक्रम में 50 से ज्यादा स्टार्टअप मौजूद हुए और निवेशकों के सामने अपने उत्पादों की जानकारी दी। कार्यक्रम में स्टार्टअप संचालकों को विदेशों से आए एनआरआइ से मिलाया गया। कार्यक्रम में 10 स्टार्टअप जिसमें गो-पानी, रिकूट, कटिंग ईडीजीई, लोड-मी, विजन पार्क, जिनी टाक, थ्री वे स्टूडियो, टेक्निडो, जिज्ञासा रूरबन, मेक माय हाउस ने फंडिंग के लिए प्रजेंटेशन से अपने उत्पादाें के लिए जानकारी दी। ग्रामोफोन, वर्की, शॉप किराना, एनेक्सा डिजिटल, एआइ ट्रिलियन, येलो डिजी, कारा, सेरोसाफ्ट, वायु और सुपरसोर्सिंग जैसे बड़े स्टार्टअप ने अपनी सेवाओं के बारे में भी जानकारी दी। इंवेस्ट इंदौर के सचिव सावन लड्ढा ने बताया कि आयोजन से शहर के स्टार्टअप को करीब 20 करोड़ रुपये की फंडिंग मिलने की उम्मीद है।
फैशनटेक, फूड टेक और टेक्नोलाजी में अच्छी संभावना - अग्रवाल
लंदन के डिप्टी मेयर राजेश अग्रवाल ने कहा कि 30 से ज्यादा शहरों में फ्रेंड्स आफ एमपी के सदस्य व्यवसाय को बढ़ाने के लिए कार्य कर रहे हैं। मध्य प्रदेश के स्टार्टअप को हम विदेश में आमंत्रित करते हैं और उन्हें वहां सभी तरह की सुविधा और वहां के व्यवसायी से जोड़ने का काम करते हैं। उन्होंने लंदन के इकोसिस्टम को विकसित करने के लिए किए गए प्रयासों के बारे में बताते हुए कहा कि फैशनटेक, फूड टेक और टेक्नोलाजी क्षेत्र से जुड़े व्यवसाय और रोजगार बढ़ते जा रहे हैं।
स्टार्टअप को बढ़ाना देने के लिए शुरू होगा दफ्तर
कार्यक्रम में मौजूद सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि मध्य प्रदेश में 2500 से ज्यादा स्टार्टअप हो गए हैं। इनमें से इंदौर में सबसे ज्यादा स्टार्टअप हैं। प्रदेश में इंदौर स्टार्टअप का कैपिटल बन गया है और अब हम देश के नक्शे पर स्टार्टअप के मामले में इंदौर को उभारने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए प्रदेश की स्टार्टअप नीति को ललीचा बनाया गया है, ताकि फीडबैक के आधार पर इसमें सुधार कर देश की सबसे बेहतर नीति बनाई जा सके। स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए मध्य प्रदेश सरकार अपना एक दफ्तर इंदौर में शुरू करेगी।
मप्र सरकार दे रही हर तरह के लाभ
एमएसएमई विभाग के प्रमुख सचिव पी. नरहरि ने कहा कि स्टार्टअप को मदद करने के लिए सरकार हर तरह से कोशिश कर रही है। स्टार्टअप नीति में कई तरह के लाभ दिए जा रहे हैं। एनआरआइ जितेन्द्र मुछाल और बाहर से आए अन्य अतिथियों ने भी युवाओं से चर्चा की।