माघ पूर्णिमा पर शुभ संयोगों से होगी धनवर्षा
शुक्ल पक्ष का अंतिम दिन पूर्णिमा का दिन होता है जब चंद्रमा अपने चरम पर होता है और इस दिन को पूर्णिमा व्रत एवं सत्यनारायण व्रत के रुप में अत्यंत भक्ति भाव से मनाया जाता है. पूर्णिमा के दौरान, भक्त व्रत करते हैं.
पूर्णिमा व्रत को अत्यंत पवित्र माना जाता है क्योंकि उनका मानना है कि यह उन लोगों के लिए सौभाग्य और स्वास्थ्य लाता है. इस समय के दौरान विशेष रूप से भगवान शिव और विष्णु की पूजा की जाती है. भगवान श्री विष्णु जी को सत्य नारायण पूजा के रूप में भी जाना जाता है. माना जाता है कि पूर्णिमा के दौरान सत्यनारायण पूजा करने से भगवान श्री नारायण की कृपा प्राप्त होती है. पूर्णिमा पर विशेष रुप से पूजा, व्रत और स्नान-दान का महत्व कई गुना होता है. माघ पूर्णिमा के साथ ही कल्पवास का समाप्न होता है और माघ माह भी समाप्त होता है इसके पश्चात फाल्गुन माह का आरंभ होता है. इस साल माघ पूर्णिमा का पर्व 16 फरवरी 2022, बुधवार के दिन मनाया जाएगा. इस अवसर पर कुछ खास शुभ योगों का निर्माण होने पर इसकी शुभता में ओर अधिक वृद्धि देखने को मिलेगी.
माघ पूर्णिमा पर बरसेगी लक्ष्मी
ज्योतिष अनुसार चंद्रमास की संपूर्णता के लिए पूर्णिमा तिथि के दिन कई तरह के आध्यात्मिक मांगलिक कार्य संपन्न होते हैं. इस वर्ष माघ पूर्णिमा के दिन ज्योतिष के कुछ खास योग निर्मित होंगे जिसके कारण इसकी शुभता में कई गुना वृद्धि को देखा जा सकता है. इस शुभ दिन किए जाने वाले पूजा उपाय आर्थिक विपन्नता को दूर करते हैं जीवन में सुख एवं सौभाग्य का आगमन होता है. देवी लक्ष्मी प्रसन्न होने पर श्री विष्णु जी की कृपा भी स्वत: ही प्राप्त हो जाती है. होकर खूब सुख-समृद्धि देंगी.
माघ पूर्णिमा के दिन स्नान-दान करने का शुभ समय प्रात:काल समय से आरंभ होगा. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान दर्शन की विशेष महिमा बताई गई है. शुभ अवसर पर सामर्थ्य अनुसार किया गया दान अमोघ प्रभाव देता है. पूर्णिमा पर कर्क राशि में चंद्रमा का होना चंद्र की शुभता एवं मजबूती का प्रतिक होगा. चंद्र से संबंधित समस्त दोषों की शांति हेतु पूर्णिमा के दिन पूजा करना बहुत ही शुभ माना जाता है. आश्लेषा नक्षत्र का प्रभाव भी होगा जो सर्प पूजन के लिए शुभ होता है. शोभन योग का निर्माण होगा जो कार्यों में सफलता एवं शुभता प्रदान करने वाला होगा.
इन सभी शुभ योगों में पूर्णिमा पूजन करना अत्यंत शुभदाय होगा. इस दिन देवी ललिता का पूजन भी होगा जो आर्थिक संपन्नता एवं सौभाग्य को प्रदान करने वाला होगा.