जन्माष्टमी का त्योहार हर किसी के लिए बेहद खास होता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने धरती पर अवतार लिया था। इस साल जन्माष्टमी का पर्व पूरे हर्षोल्लास के साथ 6 और 7 सितंबर को मनाया जाएगा। इसकी धूम बाजारों में दिखाई देने लगी है। इस दिन को और खास बनाने के लिए लोग घरों और मंदिरों में झांकियां सजाते हैं। इसके साथ ही विशेष तौर पर बाल गोपाल को जन्म के बाद तमाम तरह के पकवानों का भोग लगाया जाता है। 

वैसे ज्यादातर लोग यही जानते हैं कि भगवान श्री कृष्ण को माखन मिश्री बेहद पसंद है लेकिन क्या आप जानते हैं कि जन्म के बाद छोटे से कान्हा को धनिया पंजीरी का भोग भी लगाया जाता है। इस दिन धनिया पंजीरी बनाने का विशेष महत्व होता है। इसी के चलते आज के इस लेख में हम आपको घर पर आसान तरीके से धनिया पंजीरी बनाना सिखाएंगे। 

धनिया पंजीरी बनाने के लिए जरूरी सामान

धनिया पाउडर
देशी घी
मखाने
पिसी चीनी या बूरा
नारियल
काजू
बादाम
चिरोंजी

विधि

धनिया पंजीरी बनाना काफी आसान है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले आप एक भारी तले वाली कढ़ाई लेकर उसमें देसी घी गर्म करें। गाय के दूध से बनें देसी घी से पंजीरी का स्वाद कई गुना बढ़ जाता है। घी को गर्म करने के बाद इसमें धनिया पाउडर डालें और अच्छी तरह से भून लें।

अगर आप चाहें तो पहले धनिया को भून कर उसके बाद इसका पाउडर भी बना सकती हैं। धनिया पाउडर तैयार करने के बाद अलग एक कढ़ाई में मखाने के टुकड़े करके उसे भी फ्राई कर लें। मखानों को भूनने के बाद ठंडा करें और इसे भी पीस लें। इसके बाद काजू और बादाम को भी या तो कद्दूकस कर लें या छोटे टुकड़ों में काट लें।

अब भुना धनिया, पिसे हुए मखाने, कद्दूकस किया नारियल, और पिसी हुई चीनी को सही से मिला लें। इसे अच्छे से मिलाने के बाद इसमें तैयार मेवा भी अब डाल दें। बस आपकी धनिया पंजीरी तैयार है। इसमें तुलसी की पत्ती डालें और जन्म के बाद लड्डू गोपाल का भोग लगाएं।