महिला आरक्षण बिल पर एमपी की महिलाओं ने जताया आभार राज्य सरकार के साथ ही तरक्की के लिए अब केंद्र का भी मिला साथ
महिलाओं को राजनीति में बेझिझक आने का मिलेगा मौका, महिलाओं के विकास का रास्ता होगा और भी सुदृढ़, महिला आरक्षण बिल पास होने से मध्यप्रदेश की महिलाओं में खुशी की लहर दौड़ गई है। राज्य सरकार की महिला हितकारी योजनाओं के बाद केंद्र सरकार द्वारा वर्षों से लंबित महिला आरक्षण बिल पास करने से महिलाओं की तरक्की का मार्ग अधिक प्रशस्त हो गया है। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में शुरू की गई लाडली लक्ष्मी और लाडली बहना योजनाएं महिलाओं का आर्थिक संबल बनी है। महिला आरक्षण बिल को लेकर मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों की महिलाओं ने खुलकर अपने विचार रखे। अधिकांश महिलाओं का कहना है कि राज्य सरकार के साथ ही अब आगे बढ़ने के लिए केंद्र सरकार का भी साथ मिल गया है।
क्या कहती हैं मध्य प्रदेश की महिलाएं
खंडवा निवासी मधुरानी एक स्वयं सहायता समूह की सदस्य है, मधु बताती है कि आरक्षण मिलने से महिलाएं अब सत्ता और शासन में भी अपनी पकड़ मजबूत कर पाएंगी, जिससे महिलाओँ से जुड़ी योजनाओं को और अधिक व्यापक बनाया जा सकेगा। वहीं एक निजी कंपनी में नौकरी करने वाली सुमन का कहना है कि लाडली बहना से उन्हें राज्य सरकार की ओर से प्रतिमाह आर्थिक सहायता प्राप्त हो रही है। अब केंद्र सरकार ने महिला आरक्षण बिल को मंजूरी दे दी है। जो महिलाएं चुनाव जीत कर सदन में पहुंचेंगी, वे निश्चित रूप से महिलाओं के हित में काम करेंगी। शहडोल जिले की रीमावति ने बताया कि उसने कुछ समय पहले अपना एक स्वयं सहायता समूह शुरू किया है, इसके लिए उन्हें राज्य सरकार से भरपूर मदद मिली। रीमावति ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि महिला आरक्षण बिल पास होने का फायदा राज्य को भी मिलेगा और यहां से महिलाएं राजनीति में आकर राज्य में महिलाओं के लिए अधिक बेहतर कार्य करने में अपना योगदान देंगी।